Wednesday, November 10, 2010

बहुत दिन हुए


गीत - बहुत दिन हुए
धुन - सुना था की वो आयेंगे अंजुमन में, सुना था की उनसे मुलाकात होगी - जगजीत सिंह/चित्रा सिंह

बहुत दिन हुए, तुमको देखा नहीं है (३ बार)

तेरी आँखों में,
जब चमकती थी शबनम,
होठों पे तुम्हारे,
मुस्कराहट थी पुरनम...(२ बार)

बहुत दिन हुए मुस्कुराया नहीं है...(२ बार)


वो थी एक लफ़्ज़ ,
मेरे दिल में जो खो के,
ग़ज़ल बन गई है,
जुदा मुझसे हो के...(२ बार)

बहुत दिन हुए तुझको गाया नहीं है...(२ बार)

संवाद - Dialogue
आ कभी यूँ ही,
गीली पवन की तरह,
भिगो दे मेरे गीत,
किसी सावन की तरह...

गीत - Continued
बहुत दिन हुए तू ही आया नहीं है...(२ बार)
बहुत दिन हुए तुझको गाया नहीं है...(२ बार)
बहुत दिन हुए मुस्कुराया नहीं है...(२ बार)
बहुत दिन हुए तुझको देखा नहीं है...(२ बार)

आनंद ताम्बे "अक्स"

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